आदिवासियों को मिलने वाले 32% आरक्षण में रोड़ा अटकाने वालों को समाज सबक सिखाएगी–कवासी लखमा

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जिवराखन लाल उसारे छत्तीसगढ़ ग्रामीण न्युज 
आदिवासी गोंड समाज मुड़ा दरगहन , परिक्षेत्र रीवागहन का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री कवासी लखमा जी उद्योग एवं आबकारी मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, अध्यक्षता श्री शिवचरण नेताम जिला अध्यक्ष गोंड समाज धमतरी, श्री आर.एन. ध्रुव प्रांताध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ छत्तीसगढ़, विशिष्ट अतिथि श्री विपिन साहू अध्यक्ष दुग्ध संघ छत्तीसगढ़ शासन, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री शरद लोहाना , नगर निगम धमतरी के महापौर श्री विजय देवांगन, श्री मोहन लालवानी अध्यक्ष दिव्यांगजन सलाहकार छत्तीसगढ़ , श्री निशू चंद्राकर सभापति जिला पंचायत धमतरी, श्री आशीष बंगानी,श्री भरत नाहर भखारा, श्री विक्रांत साहू सभापति जिला पंचायत बलोदा बाजार, डॉ ए आर ठाकुर जिला सलाहकार, श्री केजूराम ध्रुव मुड़ा अध्यक्ष दरगहन ,श्री कमलेश्वर ध्रुव सरपंच ग्राम पंचायत रीवागहन, श्री लीलाराम नेताम मुड़ा कोषाध्यक्ष थे। मुख्य अतिथि श्री लखमा जी का रेस्ट हाउस भखारा में द्वारा स्वागत किया गया। गांव में पधारने पर रैली में सम्मिलित सभी अतिथियों का समाज द्वारा पारंपरिक नृत्य, बाजे गाजे, आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर उद्बोधन करते हुए श्री लखमा जी ने कहा कि जहां-जहां जंगल, पहाड़, नदी नाले हैं वहीं पर आदिवासी निवास करते हैं। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा किसानों का कर्जा माफ किया गया। उन्होंने कहा कि देश में धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में श्री भूपेश बघेल की सरकार दे रही है। छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को 32% आरक्षण का लाभ मिले इस हेतु विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर महामहिम राज्यपाल को तत्काल भेज चुके हैं। जनसंख्या के अनुपात में आदिवासियों को मिलने वाले 32% आरक्षण में रोड़ा अटकाने वालों को समाज सबक सिखाएगी। इस अवसर पर संरक्षक भुवनराम नेताम, उपाध्यक्ष दुखूत कोर्राम, सचिव नेतराम मंडावी, सह सचिव कमलेश्वर ध्रुव, खाद्य मंत्री श्रवण ध्रुव, सलाहकार हुलारसिंह कोर्राम, पंचराम नेताम, मोतीराम ध्रुव, छोटूराम ध्रुव, पंचराम ध्रुव ,गोवर्धन ,गणेशराम, महिला प्रभाग कृति ध्रुव, सुशीला सोरी, देवबत्ती कोराम, रामेश्वरी नेटी, गायत्री नेताम, चित्रलेखा ध्रुव, देवकी ध्रुव, ईश्वरी गौतम , रजमत सोरी, सुलोचना, कमला ध्रुव सहित बड़ी संख्या में सामाजिक गण उपस्थित थे।