गोंड़वाना के समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाजों के संरक्षण-संवर्धन एवं समाज का एकीकरण लक्ष्य-नीलकंठ टेकाम*

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जिवराखन लाल उसारे छत्तीसगढ़ ग्रामीण न्युज
छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा रायपुर के संरक्षक सदस्य श्री बी.पी.एस. नेताम के आव्हान पर वर्चुअल बैठक 9 जनवरी 2022 को आयोजित की गई। बैठक का संचालन आर एन ध्रुव द्वारा किया गया।जिसमें श्री लोकेन्द्रसिंह महासचिव राष्ट्रीय गोंडवाना गोंड महासभा द्वारा राष्ट्रीय महासभा के सामाजिक उद्देश्यों से अवगत कराया गया।छत्तीसगढ़ गोंड महासभा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष श्री भारतसिंह द्वारा प्रदेश अध्यक्ष हासपेन नवलसिंह के आकस्मिक निधन से रिक्त पद पर तदर्थ रूप से अध्यक्ष पद पर मनोनयन का प्रस्ताव रखा।पूर्व प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री फूलसिंह नेताम जी द्वारा समिति के लक्ष्य की पूर्ति एवं संगठन को सुव्यवस्थित संचालन के लिये सजग किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सोनऊ राम नेताम द्वारा समिति के उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए उसके अनुरूप मातृ बोली भाषा के जानकार,संस्कृति ,रूढी प्रथा के प्रति रुझान रखने वाले योग्य व्यक्ति को अध्यक्ष पद हेतु प्रस्ताव रखा।
श्री बी.पी.एस. नेताम संरक्षक सदस्य के प्रस्ताव से श्री नीलकण्ठ टेकाम आईएएस (संचालक कोष एवं लेखा छत्तीसगढ़ रायपुर) को तदर्थ रूप से अध्यक्ष पद पर मनोनित किया गया है।
इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए नव मनोनीत प्रांताध्यक्ष श्री नीलकंठ टेकाम जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबके सहयोग से महासभा की नई कार्यकारिणी का गठन शीघ्र किया जावेगा।पूर्वजों के बताए हुए रास्ते पर चलकर गोंड़वाना के समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाजों के संरक्षण-संवर्धन एवं समाज को एकीकरण की दिशा में ठोस कार्य किया जाएगा।
श्री एस आर नेताम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष:
अध्यक्ष मनोनयन पर श्री टेकाम जी को बधाई शुभकामनाएं कि आपके मार्गदर्शन में गोंडवाना गोंड महासभा के उद्देश्यों की पूर्ति के लिये कार्य–योजना तैयार करने और क्रियान्वयन में गति आएगी,शासकीय योजनाओं से बेरोजगार युवा वर्ग को रोजगार– स्वरोजगार के अवसर सुलभ कराने, व्यवसायिक मार्गदर्शन करने में गति आएगी, गरीब विद्यार्थियों को उच्च–शिक्षा में सामाजिक अंशदान के लिये एक सामाजिक क्रेडिट उप समिति का गठन होगी।

*श्री लोकेंद्र सिंह राष्ट्रीय महासचिव गोंडवाना गोंड महासभा:-*
आदिशक्ति मां अंगारमोती प्रांगण गंगरेल धमतरी छत्तीसगढ़ में 9 जून 2009 को पारित 26 बिंदु के सामाजिक प्रस्ताव को धरातल तक लाने के लिए अभी बहुत काम करने की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है श्री टेकाम जी समर्पित भाव से महासभा को तन-मन-धन से आगे बढ़ाएंगे।

*श्री आर एन ध्रुव राष्ट्रीय सचिव:-*
वर्तमान परिस्थितियों में विशुद्ध रूप से सामाजिक सोच रखने वाले गोंडवाना गोंड महासभा के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु पेनवासी गोंडवाना रत्न दादा हीरासिंह मरकाम, पेनवासी मोती रावण कंगाली, पेनवासी नवल सिंह मंडावी के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए गोंडी भाषा, धर्म, संस्कृति, रीति-रिवाजों के जानकार श्री टेकाम जी बेहतर ढंग से महासभा के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे।
*नीलकंठ टेकाम एक संक्षिप्त परिचय*
आदिवासी बाहुल्य जिला कांकेर ,तहसील अंतागढ़ छत्तीसगढ़ के ग्राम सराईपारा हिमोडा में मध्यम वर्गीय परिवार में जन्म हुआ।
*शिक्षा*
एम ए समाजशास्त्र, प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक शाला हिमोडा एवं हायर सेकंडरी की परीक्षा अंतागढ़ में उत्तीर्ण किये है। उच्च शिक्षा शासकीय स्नातक महाविद्यालय कांकेर छत्तीसगढ़।
*सामान्य परिचय*
बहुमुखी प्रतिभा के धनी सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले, अभाव में विद्या अध्ययन पूर्ण किया। जीवन में उस लक्ष्य को पाने की महत्वकांक्षी के कारण सदैव पढ़ाई में ज्यादातर समय व्यतीत किए। इनका ऐसा स्पष्ट मानना है कि सर्वोच्च शिखर तक पहुंचने के लिए परिस्थितियां कभी बाधक नहीं होती है ।केवल दृढ़ इच्छाशक्ति एवं लगन शीतला से लक्ष्य की ओर बढ़ना तथा माता-पिता गुरुजनों का आशीर्वाद ही पर्याप्त है।
*अपेक्षा एवं उम्मीद*
बस्तर जैसे सुदूर अंचल को लेकर बाहरी दुनिया के लोगों के मन में यह मिथक दूर करता है कि बस्तर के लोगों में टैलेंट का अभाव होता है। इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार कर खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा के महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे हैं। ऐसे ही स्थानीय युवाओं में कुंठा को दूर करते हुए इनके सामने एक ऐसा मिसाल कायम करना कि वह राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बस्तर का नाम रोशन हो सके।
*उपलब्धियां*
3 वर्ष तक सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्य किए। अविभाजित मध्यप्रदेश में आयोजित लोक सेवा आयोग की परीक्षा 1994 में पूरे राज्य में अनुसूचित जनजाति वर्ग में टॉपर रहे। मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में एसडीएम/ एडीएम /आयुक्त नगर पालिका निगम /मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के रूप में कार्य किए। कलेक्टर जिला कोंडागांव छत्तीसगढ़ के पद पर लगभग 3 वर्षों तक कार्य किए। इस दौरान देश की अति पिछड़े आकांक्षी जिलों के विकास के समस्त पैमानों स्वास्थ्य, शिक्षा, सुपोषण, कौशल विकास, अधोसंरचना/ वित्तीय संयोजन के क्षेत्र में भारत देश में प्रथम स्थान प्राप्त कराया गया।
*संदेश*
समय गवाएं बिना अपना लक्ष्य निर्धारित करें। विषम परिस्थितियों से मुकाबला करते हुए यथोचित संसाधन जुटाए। हमेशा सकारात्मक सोच रखें एवं ऐसे ही लोगों से संपर्क करें। पढ़ने के बजाय समझने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करें। राज्य देश विश्व स्तर पर घटित होने वाले प्रमुख घटनाओं से जुड़े रहें।