लोकतंत्र में समाज की ताकत एकता में ही निहित है–आरएन ध्रुव

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जिवराखन लाल उसारे छत्तीसगढ़ ग्रामीण न्युज

*वीरांगना महारानी दुर्गावती वीरतापूर्वक मुगल सेना को कई बार रणभूमि से खदेड़ा*
वीरांगना महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन मंगल सांस्कृतिक भवन खरोरा में श्री गिरीश देवांगन अध्यक्ष खनिज विकास निगम छत्तीसगढ़ के मुख्य आतिथ्य, श्री आर एन ध्रुव प्रांताध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़ के अध्यक्षता एवं श्री अनिल सोनी अध्यक्ष नगर पंचायत खरोरा, श्री राजकुमार पोयम प्रदेश सदस्य छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा, श्री हेमलाल ध्रुव जिला अध्यक्ष गोंड समाज रायपुर, श्री टामेश्वर ठाकुर, श्री धनेशराम वर्मा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री देवांगन जी ने कहा कि गोंडवाना समाज का देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समाज को समय के साथ शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने खरोरा नगर में गोंडवाना भवन बनाने हेतु दस लाख रुपए शासन से दिलाए जाने की घोषणा किए। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री ध्रुव जी ने वीरांगना महारानी दुर्गावती का गौरवपूर्ण इतिहास के बारे में अवगत कराएं। उन्होंने बताया कि इतिहासकार के डब्ल्यू एच सलीमैन के शब्दों में गोंडवाना राज्य की महारानी दुर्गावती ने संपूर्ण साम्राज्य का प्रशासन इतने कुशलता से किया कि सारे राष्ट्र में ऐसा उदाहरण अन्यत्र कहीं भी उपलब्ध नहीं है। महारानी दुर्गावती के विषय में जबलपुर का 1909 का शासकीय रिकॉर्ड गैजेटियर लिखता है की इससे पूर्व ऐसी वीरांगना नारी का जन्म इस पृथ्वी पर कभी नहीं हुआ।आगे उन्होंने कहा कि मुगल सम्राट अकबर का दबदबा इतना अधिक था कि कई बड़े-बड़े राजा, महाराजा आत्मसमर्पण कर दिए। ऐसे समय में वीरांगना महारानी दुर्गावती जी ने पूरी ताकत से वीरता का परिचय देते हुए मुगल सेना को कई बार रणभूमि से खदेड़ दिए। यदि आज हम अपने समृद्ध धर्म– संस्कृति की बात करते हैं तो यह वीरांगना महारानी दुर्गावती की बलिदान के बदौलत ही है। अब लड़ाई की परिभाषा बदल गई है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जो समाज संगठित होगा वही ताकतवर होगा। कार्यक्रम का संचालन हेमंत ध्रुव द्वारा किया गया। इस अवसर पर समाज अध्यक्ष गुहाराम ध्रुव, विश्राम सिंह मंडावी ,धनसिंह ध्रुव, तिहारु राम ध्रुव, आधार सिंह सूर्यवंशी, खोलू राम ध्रुव, टीकू ध्रुव , प्यारेलाल ध्रुव, डोमार सिंह ध्रुव,चैनसिंह ध्रुव,खेमराज ध्रुव, पंचराम नेताम, गुलाब राम ध्रुव , सुखी राम मरकाम, शत्रुघ्न नेताम, रामू ध्रुव, उत्तम ध्रुव सहित बड़ी संख्या में समाजिक जन उपस्थित थे।