हर्राठेमा में प्रकृति पेन व नार पेनों की सेवा अर्जी के साथ नार गायता ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया,

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जिवराखन लाल उसारे छत्तीसगढ़ ग्रामीण न्यूज़ गोंडवाना भवन में प्रकृति पेन व नार पेनों की सेवा अर्जी के साथ नार गायता द्वारा किया गया, साथ ही तिरु. अर्जुन सिंह कवाची एवं साथी केशकाल द्वारा रेला पाटा के माध्यम से सेवा अर्जी कर प्रकृति पेन से कार्यक्रम की सफल आयोजन लिए कामना किया गया।
तत्पश्चात स्कूल प्रांगण में मंचीय कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित अतिथियों द्वारा सल्लां गागरा (प्रकृति पेन) की सेवा अर्जी, पांच कलश दीप प्रज्वलित कर एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के तैलचित्र में माल्यार्पण कर किया गया।
मंचस्थ अतिथि तिरु. अर्जुन सिंह कवाची केशकाल द्वारा सर्वप्रथम अपने उदबोधन में बाबा साहब के जीवन दर्शन के साथ साथ, गोंडवाना के नार पेन व्यवस्था, प्रकृति के पांच तत्व एवं मातृ शक्तियों की मासिक व्यवस्था की सार गर्भित जानकारी दिया। संबोधन की कड़ी में विशेष अतिथि तिरु. प्रेमलाल कुंजाम जी ने संविधान विरोधी ताकतों से सावधान रहने की सलाह दिया और युवा शक्तियों को समाज विकास की दिशा में कार्य करने हेतु आगे आने का आह्वान किया, तिरु. उमेंदी राम गंगराले जी अपने उदबोधन में डा. बाबा साहब के संघर्ष मय जीवन दर्शन, उपलब्धि और विश्व समुदाय में उनके अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला, तिरु. आत्माराम कौड़ो जी समाज में प्रचलित, अलिखित प्रकृति/विज्ञान सम्मत रीति रिवाज, रूढ़ी प्रथा परंपरा को समाज हित में संरक्षण संवर्धन पर बल दिया एवं युवाओं के लिए बेलोदा सर्किल में आयोजित होने वाले दो दिवसीय प्रशिक्षण की जानकारी दिया, तिरु. गंगा राम दर्रो जी ने आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकार की जानकारी दिया, उन्होंने बताया संविधान के अनुच्छेद 13(3क) में हमारे रूढ़ी प्रथा को विधि का बल प्रदान है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तिरु. बीरबल सिंह कुंजाम जी समाज में सामाजिक, सांस्कृतिक,आर्थिक,शैक्षणिक विकास पर अपने विचार रखे। तिरु. कांतिलाल नेताम सचिव, तिरु. मुकुंदराम ओट्टी जी सेवा निवृत शिक्षक ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सर्वप्रथम तिरु. सेवाराम ताराम जी, तिरु अनीत ताराम, तिरु. हेमलाल नुरूटी जी,तिरु अनिल सोरी, तिरु गजेंद्र ठाकुर, तिरु शांतानु नुरुटी, तिरु शिवराज सिंह ठाकुर, तिरु अरविंद ठाकुर, तिरु किशन नेताम, तिरु पंचराम सलामें जी, तिरु अमीन कौशल नुरूटी, कु. चंद्र कुमारी नुरुटी, तिरु अजीत कुमार, तिरु अरुण गावड़े, तिरु उमेंदी सलामें जी, तिरु मुकुंद ओट्टी, तिरु आत्मा राम कौड़ो जी अध्यक्ष, तिरु जय कुमार कुमेटी जी, क्षेत्रीय गोंडवाना समाज, एवं मातृ शक्तियों का अर्थ एवं चांवल का विशेष सहयोग रहा, एवं तिरु. हीरा सलामें, तिरु सुदर्शन नुरुटी, तिरु योगेश नुरूटी, तिरु सुनील उईके, कमलेश नुरूटी,तिरु उमेंदी सलामेंं,तिरु तुलेश्वर गावड़े, सहित समस्त लया लयोर का कार्यक्रम के सफलता में विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम में आसपास गांव के सैकड़ों लोग सभी वर्ग से उपस्थित थे। सभी लोगों ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रसंशा की और इसी प्रकार के कार्यक्रम की भविष्य में आवश्यकता महसूस की जा रही है।
कार्यक्रम के सफल संपादन में तिरु. भांगीराम नुरुटी, तिरु. गजानंद ठाकुर, तिरुमाय विजई सलाम के विशेष मार्गदर्शन रहा एवं कार्यक्रम का संचालन हेमलाल पद्माकर ने किया।